विप्रो ने की 12000 करोड रुपए के शेयर के बाय-बैक की घोषणा
आईटी आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो अपना 12000 करोड रुपए बाय बैक करने की घोषणा की है कंपनी की बोर्ड मीटिंग में भी इस फैसले को मंजूरी मिल गई है गुरुवार को जब यह फैसला मंजूर हुआ उस समय एनएससी के प्लेटफार्म पर विप्रो का शेयर ₹374 55 पैसे पर बंद हुआ प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी बाय बैक के लिए ₹445 प्रतिशत निर्धारित किया है जिसमें 269,662,921 इक्विटी शेयर को बाय बैक करने की मंजूरी दे दी गई. जो कि कंपनी टेंडर रूट के जरिए करेगा गुरुवार को यश टोंक ₹374 55 पैसे पर बंद हुआ जबकि कंपनी ने बाएं पैर के लिए ₹445 का रेट निर्धारित किया है अर्थात इसका मतलब यह हुआ कि 19% प्रीमियम पर शेयर देखा जा रहा है
दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के बाय-बाय का इतिहास
विप्रो कंपनी के स्टॉक बायबैक के इतिहास को पलट कर देखा जाए तो कंपनी ने साल 2021, 2019, 2017 और 2016 में बायबैक करने की घोषणा कर चुका है. सबसे लेटेस्ट बाय बैक पर बात किया जाए तो साल 2021 में कंपनी ने 400 रुपए पर शेयर के हिसाब से करीब 9500 करोड़ का शेयर बायबैक करने की घोषणा की थी वहीं साल 2019 के दौरान कंपनी ने करीब 10500 करोड़ रुपए के शेयर वापस खरीदने की घोषणा की थी जिसमें कंपनी ने 325 प्रति शेयर के हिसाब से ऑफर प्राइस अपने निवेशकों को दिया था.
कम्पनी का होल्डिंग पैटर्न
विप्रो कंपनी के 21 अप्रैल तक का होल्डिंग पैटर्न देखें तो यहां पर इस समय सर्वाधिक होल्डिंग प्रमोटर्स की दिखाई देती है जो कि करीब 72.92 फीसदी है. वहीं इसके बाद सर्वाधिक होल्डिंग विदेशी संस्थागत निवेशकों की है जो कि 6.42 फीसदी है. वही म्यूच्यूअल फंड की कुल होल्डिंग 2.74 फीसदी है.
क्या होता है शेयर बायबैक
शेयर बायबैक उस प्रोसेस को कहा जाता है जिसमें एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों से अपने ही कंपनी का शेयर दोबारा खरीद लेती है. जिसे कंपनी ने पहले जारी किया था. कंपनी शेयर के वापस खरीदारी पर अपने निवेशकों को भुगतान करती है. निवेशकों को भुगतान के बदले वह उनके शेयर ओनरशिप को अपने पास वापस ले लेती है.